व्यक्ति के जीवन में ज्योतिष, वास्तु या दुसरे शास्त्रों का जितना महत्व है, अंग विज्ञान का महत्व भी कम नहीं है.
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अंक ज्योतिष, अंग विज्ञान,आयुर्वेद,उपाय,ज्योतिष,दीपावली,धर्म,पीपल,फेंगशुई,फैक्ट्री वास्तु,बाँसुरी,मन,मुद्राएं,मुहूर्त,रंग,रत्न,राशियां,रुद्राक्ष,लाल किताब,वास्तु,शंख,शकुन.
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सोलह कलाओं और चौदह विधाओं के अलावा वे संगीत, सामुद्रिक, ज्योतिषी, वेदाध्ययन काव्य, भाषाशास्त्र, पशुभाषा ज्ञान, तैरना, धातु विज्ञान, रसायन, रत्न परख, चातुर्य एवं अंग विज्ञान आदि अनेक विषयों में गहरी रूचियाँ रखते थे.